इकीसवीं सदी मा जो गाँधी जी लौटी आवैं बिना लिहे-दिहे अबकी, याको सुविधा न पावैं, पद कै महत्ता पहिले इकीसवीं सदी मा जो गाँधी जी लौटी आवैं बिना लिहे-दिहे अबकी, याको सुविधा न पावैं, प...
मात-पिता को कष्ट न पहुंचे, वो तन्हाई में रोती है।। मात-पिता को कष्ट न पहुंचे, वो तन्हाई में रोती है।।
मैं रोती हूँ तो ..रोती है वो आँखें ! मैं हँसती हूँ तो ..हँसती है वो आँखें वो आँखें … मैं रोती हूँ तो ..रोती है वो आँखें ! मैं हँसती हूँ तो ..हँसती है वो आँखें वो आँख...
मनमानियाँ करती हठी नटखटी अटपटी अठखेलियाँ करती सारी मनमानियाँ करती हठी नटखटी अटपटी अठखेलियाँ करती सारी
जनक कुटुम्ब को लगें हैं जैसे कोई प्रिय सम्बन्धी आए। जनक कुटुम्ब को लगें हैं जैसे कोई प्रिय सम्बन्धी आए।
जयमाला से तिलमिलाए कुछ राजा तैयार हुए करने को युद्ध परशुराम आए ,थे क्रोध में वो। जयमाला से तिलमिलाए कुछ राजा तैयार हुए करने को युद्ध परशुराम आए ,थे क्रोध म...